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‘दुल्हन बिकाऊ है 8000 रुपये’, फिल्म की कहानी देख उड़ जाएंगे होश, दुल्हन की खरीद-फरोख्त जैसी शर्मनाक प्रथा खत्म करने निकली एक्ट्रेस

फिल्म 'पारो' दुल्हन की खरीद-फरोख्त जैसी शर्मनाक प्रथा को सामने लाने और उस पर सवाल खड़े करने की कोशिश है। एक्ट्रेस तृप्ती भोईर इस फिल्म के ज़रिए समाज में बदलाव लाने के मिशन पर हैं। फिल्म की कहानी सच्ची घटनाओं से प्रेरित है और यह दिखाने की कोशिश करती है कि कैसे कुछ इलाकों में आज भी औरतों को इंसान नहीं, बल्कि चीज़ समझा जाता है।

एक्ट्रेस तृप्ती भोईर अपनी अगली फिल्म ‘पारो’ (Paro Movie) को लेकर सुर्खियों में हैं। ये फिल्म समाज में अब भी मौजूद एक बेहद कड़वी हकीकत को उजागर करती है—bride trafficking यानी दुल्हन की खरीद-फरोख्त। फिल्म की कहानी एक सच्ची घटना से प्रेरित है और इसका मकसद है समाज में जागरूकता फैलाना।

तृप्ती ने बताया कि उन्होंने ये प्रोजेक्ट सिर्फ एक फिल्म की तरह नहीं, बल्कि एक मिशन की तरह लिया है। उनका कहना है कि एक महिला होने के नाते यह उनका फर्ज है कि वो ऐसी प्रथाओं के खिलाफ आवाज़ उठाएं। फिल्म में वो न सिर्फ लीड रोल में हैं, बल्कि इसकी निर्माता भी हैं।

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फिल्म का संदेश: औरत कोई चीज़ नहीं

‘पारो’ उन हालातों को दिखाती है जहां लड़कियों को सामान की तरह खरीदा और बेचा जाता है। तृप्ती का कहना है कि उन्होंने इस सफर में कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन उनका इरादा साफ था—लोगों तक सच पहुंचाना। उन्होंने कहा, “मैं चाहती हूं कि सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि इंटरनेशनल लेवल पर भी लोग इस मुद्दे को समझें और इस पर खुलकर बात करें।”

फिल्म के निर्देशक गजेंद्र अहिरे (Gajendra Ahire), जो एक नेशनल अवॉर्ड विनिंग फिल्ममेकर हैं, ने बताया कि यह हैरानी की बात है कि आज भी बड़े शहरों में रहने वाले लोग इस मुद्दे से अनजान हैं। उन्होंने कहा कि छोटे गांवों में आज भी महिलाएं भयानक हालात में जी रही हैं और ये फिल्म उन्हीं की सच्चाइयों को सामने लाने का जरिया है।

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Cannes Film Festival में जारी हुआ था पोस्टर

पिछले साल इस फिल्म का पोस्टर Cannes Film Festival (Cannes 2023) में रिलीज़ किया गया था। पोस्टर में तृप्ती भोईर एक टैग पकड़े नजर आईं जिस पर लिखा था—“दुल्हन बिकाऊ है – 8000 रुपये”। उनके आसपास जानवर खड़े हैं, जो इस बात का प्रतीक है कि महिलाओं के साथ कैसा अमानवीय व्यवहार किया जाता है। पोस्टर ने दुनियाभर में चर्चा बटोरी थी और फिल्म के संदेश को लेकर गंभीर सवाल उठे थे।

स्टारकास्ट और क्रिएटिव टीम

फिल्म में ताहा शाह बदुशा (Taha Shah Badusha) भी अहम भूमिका में नजर आएंगे, जो हाल ही में ‘हीरामंडी: द डायमंड बाजार’ (Heeramandi) में दिखे थे। ‘पारो’ की स्क्रिप्ट तृप्ती भोईर और गजेंद्र अहिरे ने मिलकर लिखी है। डायरेक्शन की जिम्मेदारी भी गजेंद्र ने ही संभाली है, जबकि फिल्म को तृप्ती भोईर और संदेश शारदा ने प्रोड्यूस किया है।

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‘पारो’ सिर्फ एक फिल्म नहीं, एक सवाल है—ऐसा क्यों हो रहा है और हम अब तक इसे रोक क्यों नहीं पाए? यह फिल्म उन लोगों को आईना दिखाती है जो मानते हैं कि ऐसे मुद्दे अब अतीत की बात हैं।

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